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| नंदलाल बोस की कृति ज़हर पीते शिव। क़ीमत चार करोड़ रुपये से भी ज्यादा। | 
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| द सस्पेंस एट द लास्ट सपर: कृष्ण खन्ना की कृति दिखाती है कि ईसा मसीह के आखिरी सपर में क्या गूढ़ बात छुपी थी। | 
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| घोड़ों को अपनी पेंटिग्स में हुसैन ने एक विशेष पहचान दी। न जाने कितनी कलाकृतियां। और यह है हुसैन की ही एक अनाम कृति। | 
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| हुसैन एक बार फिर। इस कृति का नाम है रानी। किसी रानी या अपने मन की रानी को ही कैनवस पर उकेर डाला हुसैन ने। | 
 
 
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